अमेरिकी वैज्ञानिक टीबी (Tuberculosis) और पोलियो (Polio) के टीकों के कोरोना से लड़ने में इस्तेमाल का अध्ययन कर रहे हैं.
Written By The Wolf Newz Editorial | Updated: June 12, 2020 16:31 PM IST
कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर ने पूरी दुनिया को हिलाकर रखा हुआ है और भारत में तेजी से कोरोना वायरस के केस बढ़ते ही जा रहे हैं. कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में भारत दुनिया में चौथे नंबर पर आ गया है. इस समय दुनिया में लगभग 75 लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हैं, और चार लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसी सबको देखते हुए कोरोना वायरस से निबटने के लिए कई तरह के अनुसंधान चल रहे हैं. अब खबर आई है कि अमेरिकी वैज्ञानिक टीबी (Tuberculosis) और पोलियो (Polio) के टीकों के कोरोना से लड़ने में इस्तेमाल का अध्ययन कर रहे हैं.
‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बात का पता लगाने के लिए परीक्षण किए जा रहे हैं कि क्या क्षय रोग का टीका कोरोना वायरस के प्रभाव के असर को धीमा कर सकता है या नहीं. इस रिपोर्टे में ‘टेक्सास ए एंड एम हेल्थ साइंस सेंटर’ में रोग प्रतिरोधी क्षमता विज्ञान के प्रोफेसर जेफ्री डी सिरिलो के हवाले से कहा गया है कि दुनिया में यही एकमात्र वैक्सीन है जो कोरोना वायरस (Coronavirus) से निपटने लिए के फिलहाल इस्तेमाल की सकती है.
डॉ. सिरिलो क्षय रोग के टीके BCG को लेकर चल रहे अनुसंधान की अगुआई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीसीजी को खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने पहले ही मंजूरी दी है और उसके सुरक्षित इस्तेमाल का पुराना रिकॉर्ड रहा है. रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों के एक समूह ने कोविड-19 के असर को धीमा करने के लिए पोलियो के टीके का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव रखा है.